[A poem on Facebook addiction – Hilarious Hindi Poem]
A poem on Facebook addiction – Hilarious Hindi Poem
हो गए है सब FB Addict , बच्चे बूढ़े और Kids…
दिन भर रहते online, what the hell is this …2.
जब तन्हाई की रातों में, पास नहीं कोई होता..
जब अपना भी कुछ करने का, Mood भी खाश नहीं होता..
जब बैठे -2 हम अक्सर, यूहीं कहीं खो जाते है..
तब login करके FB पर, हम online हो जाते है ..
तब tension-wension भूल सभी, हम करते है gossip…
सब main काम भूल जाते है , what the hell is this…2
कभी-2 लगता है मुझको, मै भी किसी से बात करूं..2
पर 50 लोग है online , पहले किससे शुरुवात करूं ..
कभी किसी के इंतजार में, मै काफी थक जाता हूँ ..2
in between these duration, offline हो जाता हूँ ..
जब कुछ समझ नहीं आता मुझको, तो COM Off कर देता हूँ..
और उम्मीद छोड़ कर chatting की, चुपचाप युहीं सो जाता हूँ…
FB में भी कुछ लोगों को, हम करते है miss …
जब वो नहीं आती online , तो लगता है what the hell is this…2
कुछ करने से पहले ही, update करेगें FB पर..
यदि हल्के से छींक आ गयी, तो कोल्ड लिखेंगे FB पर..
फिर notification check करने का, सिलसिला शुरू हो जाता है.
और बैठ सामने lappy के, यूँ वक़्त बीतता जाता है-2 …
खबर नहीं है हम सब को, हम करते क्या है miss ..
time waste करते FB पर, what the hell is this …
यदि ऐसा ही चलता रहा तो, एक दिन FB clinic खुल जायेंगे ..
शराब चरस गांजा की तरहा, FB addict मिल जायेंगे-2 …
जगह-2 posters होगें , FB से छुटकारा पायें..
Dr हकीम से मिलने के खातिर, monday 9 से 12 आयें …
छोड़ दो इस bad habbit को, नहीं मिलता इसमें bliss ..
अब तो कुछ लोग बोल रहें है, what the rubbish poem is this -2 …!!!
by vishnu gupta!!!!:)
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