This Hindi Love poem is about the imagination and feelings of a heart in search of his better half with whom he can live a happy , simple and lovable life.
जिंदगी दोस्तोँ एक पहेली सी है,
कभी पराई तो कभी सहेली सी है।
हर पल, हर रग ,हर पहर नीराली है,
कभी गम का सागर कभी सुख की दिवाली है।
जिंदगी के हर पल मैं दिल ढुंढता है एक ऐसा हमसफर,
जो सवांरे, सुलझाये और बनाये जब जिंदगी जाये बिखर।
कोई तो ऐसा हमसफर बन जाये हमारा,
जिसके बिन ना हो पाये एक पल गुजारा।
सुख मैं जिसे ढुंढु और दुख मैं साथ पाऊ,
जिसके लिये जिंदगी को और खुबसूरत बनाऊ।
जो अंधेरो में मुझे रौशनी दिखाये,
और रौशनी की चकाचौंध से मुझे बचाये।
जो मेरे हर कदम का कारण हो,
जिसका हर रंग बस साघारण हो।
हर मुसिकल आसान करदे जिसका साथ,
भीड भरी दुनिया में थामें रखे जो मेरा हाथ।
चांद सितारों को तोडने के झुठे वादे ना करे,
बस छोटी – छोटी बातों से जिंदगी में खुशियां भरे।
एक दुसरे की खुबीयों को तराशे और सराहें,
बुराईयों से दूर रखें एक दुसरे की राहें।
एक दुसरे की कही अनकही बातें समझ जायें,
कभी ना सुलझे ऐसे बंधन में ऊलझ जायें।
बस पयार, विशवास और सुकून भरी जिंदगी हो,
मैं उसकी और वो मेरी बंदगी हो।
जिस छोटी सी दुनिया में उसका मेरा बसेरा हो,
हर रात सुहानी और खुबसूरत हर सवेरा हो।
पयार की उस डोर से बंध जायें, जो एक धागे में दो मोती पिरोता है,
एक को चोट पहुंचे तो दुजे का दिल रोता है।
पयार सच में एक खुबसूरत एहसास है,
दूर रहकर भी रहते एक दुजे के पास है।
चाहत है मेरी जिंदगी बिते ऐसे ही हमसफर के संग,
जिसके होने भर से बिखरें खुशियों के रंग।
सांस जिस दिन थमेगी तो चेहरे पर सुकून रहेगा,
ऐसा हमसफर अगर जिंदगी में मिलेगा।
रब को तो सबकी चाहत का पता होता है,
तू तो सबके दिल में बसा होता है।
मेरी भी इस चाहत को सच तू बना देना,
मन में बनी मूरत को असली सूरत बना देना।
***