This Hindi song Highlights the unbroken Love of the two Lovers in which the Beloved is requesting from Her Lover, not to give any name of Her Love as its a colorful one which dyes only in His Love.
मेरी भोली सी मोहब्बत को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये रँगों की बरसात है ……… जो तेरे रँग में रँगा करती है ।
हज़ारों रँग देखे इस दुनिया में ……… तेरा रँग सबसे निराला है ,
ये ऐसा चढ़ा मुझ पर सनम ………. कि मेरा दिल बना मतवाला है ।
मेरी भोली सी इबादत को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये लफ़्ज़ों की गहराई है ……… जो तेरे रूप में बसा करती है ।
तेरा आना मेरे इशारे पर ……… मुझे ऐसे हलाल करता है ,
जैसे एक तड़पते हुए पंछी को ………. गुलफ़ाम आज़ाद करता है ।
मेरी भोली सी इज़ाज़त को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये टूटी सी तन्हाई है ……… जो तेरी रूह में जिया करती है ।
मैं हर रोज़ तुझे तन्हाई में ……… अक्सर पुकारा करती हूँ ,
तेरे शब्दों को दोहरा के ………. अपने मन में उतारा करती हूँ ।
मेरी भोली सी शरारत को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये गर्म जिस्म की फ़रमाइश है ……… जो तेरी आहट से तपा करती है ।
तेरा आकर के चले जाना ……… मुझे बदनाम सा कर जाता है ,
मैं तब आईने में खुद को निहारूँ ………. तो ये रूप और निखरा सा नज़र आता है ।
मेरी भोली सी जवानी को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये मेरे मन की एक सच्चाई है ……… जो तेरी मोहब्बत पे बिका करती है ।
नाम जो गर दे दिया तुमने मेरी मोहब्बत को ……… तो इसका रँग चला जाएगा ,
ज़माने भर को तब इसकी तड़प का ………. एक जुलूस नज़र आएगा ।
मेरी भोली सी कहानी को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये मेरे सपनो की उड़ान है ……… जो तेरे सीने में दबा करती है ।
मैंने अपनी भोली सी मोहब्बत को ……… भोला ही समझ के तुमसे प्यार किया ,
ना जाने कब तुम संग बहके ………. तुम्हारे साथ ये इश्क़ का दरिया पार किया ।
मेरी भोली सी हक़ीक़त को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये समझौतों की पैमाइश है ……… जो तेरे साथ मिटा करती है ।
मेरी भोली सी मोहब्बत को ………. कोई नाम न दीजिए साहिब ,
ये रँगों की बरसात है ……… जो तेरे रँग में रँगा करती है ।।
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