नहीं तो तुम चले जाओ ………. नहीं तो हम चले जाएँगे ,
नहीं तो तुम ठहर जाओ ………. नहीं तो हम ठहर जाएँगे ।
ऐसे बेवजह अपनी कशिश से ………. यूँ ना बाँधो हमें ,
नहीं तो तुम पिघल जाओ ………. नहीं तो हम पिघल जाएँगे ।
कोई वादा नहीं था आज का ……… फिर क्यूँ मचलने लगे हो तुम ?
अभी बाकी हैं पल इंतज़ार के ……… फिर क्यूँ तड़पने लगे हो तुम ?
रहने दो भरम इंतज़ार का ………. मत बहक जाने दो हमें ,
नहीं तो तुम सिमट जाओ ………. नहीं तो हम सिमट जाएँगे ।
अपनी मीठी सी बातों से फुसला ……… क्यूँ मारते हो तुम सनम ?
मेरे ईमान को यूँ बेवजह ……… ऐसे क्यूँ तराशते हो तुम ?
खोने दो मुझे और अपने प्यार में ………. ना यूँ सतायो तुम हमें ,
नहीं तो तुम बिखर जाओ ………. नहीं तो हम बिखर जाएँगे ।
बस करो अब तुम यूँ ज़िद ना करो ……… जाने दो हमें लिए ऐतबार ,
कि ये सब नहीं है तेरा प्यार ……… कि ये सब नहीं है मेरा प्यार ।
ढूँढने दो हमें अपनी चाह को ………. अब और ना बहलायो हमें ,
नहीं तो तुम बहल जाओ ………. नहीं तो हम बहल जाएँगे ।
बहुत दिनों से अपनी चाहतों को दबा ……… जिए हम सिर्फ तुम्हारी ख़ातिर ,
मगर फिर भी कह ना सके इस दिल की सदा ……… होने पर तुम्हारे हाज़िर ।
जाने दो हमें इसी कश्मकश में ………. कि हमें याद नहीं है अब कुछ भी ,
नहीं तो तुम सुना जाओ ………. नहीं तो हम सुना जाएँगे ।
दिल इतना बेताब सा क्यूँ है ……… कि ये मानता नहीं कुछ भी ,
लाख सँभालने पर भी ……… ये कह जाता है सच तुमसे ही ।
मेरे सच पे करके थोड़ा इख़्तियार ………. तुम रोकना हमें यूँ बार-बार ,
नहीं तो तुम छुड़ा जाओ ………. नहीं तो हम छुड़ा जाएँगे ।
नहीं तो तुम चले जाओ ………. नहीं तो हम चले जाएँगे ,
नहीं तो तुम ठहर जाओ ………. नहीं तो हम ठहर जाएँगे ।।
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