In this Hindi poem the poetess is worrying about the different questions about Her lover which will be raise by the general mass and Herself find the answer which she replied to them.
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
किसी से कहेंगे तेरी जुस्तजू थी ……किसी से कहेंगे थी तेरी तलब ।
सब छींटाकशी करने लगेंगे ….तेरे नाम के किस्से रचेंगे ,
हम चुपचाप से तेरे नाम को ……अपने ह्रदय में रखेंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब पूछेंगे तेरे साथ हम ……कब लिपट गए थे यूँही ?
हम अपने प्यार की कहानी …….लबों तक ही रखेंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब सबूत माँगेंगे तेरी वफ़ा का …..कोई हमसे कहेगा तू है धोखेबाज़ दुनिया का ,
हम मन ही मन में तुझ पर भरोसा ……..आँख मींच कर करेंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब दोष देंगे मेरी जवानी को ……सब दोष देंगे तेरी निशानी को ,
हम इस दोष को तेरे माथे का …….कलंक ना लगने देंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब लाँछन लगा देंगे हम पर ……कि नर्क में भी ना मिलेगी कोई जगह बेहतर ,
हम उस नर्क में भी तेरे इश्क़ को …..स्वर्ग से बेहतर कर देंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब नाम को मेरे हटाकर ….तेरे नाम की बातें करेंगे ,
हम नाम को अपने मिटाकर ……तेरे नाम में घोल देंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब उम्र का तक़ाज़ा देंगे ……तेरी उम्र से उसका नाप-तोल करेंगे ,
हम अपनी उम्र को तब मिट्टी में मिला ……तेरी उम्र का कफ़न ओड़ लेंगे तब ।
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम क्या जवाब देंगे तब ?
सब पूछेंगे तेरे बारे में जब …..हम ठंडी साँसें लेंगे तब ,
किसी से कहेंगे तू था खुदा मेरा …….किसी से कहेंगे कि तू था कोई सबब ॥
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