A girl is waiting for her boyfriend and does not mind waiting for him long. But her love turns to be unrequited love. Read this Hindi love poem.
उसे शौक था कि कोई इंतज़ार करे उसका ,
हम उसके हर शौक का इम्तिहान देते रहे ,
वो जब चला जाता था इंतज़ार करके ,
हम तब उसके इंतज़ार में अपने इंतज़ार को हवा देते रहे ।
वो समझता था कि इस तरह से तोड़ देगा हमारे सब्र को ,
हम अपने सब्र से उसके सब्र को खता देते रहे ,
वो छह घंटे इंतज़ार करके चला जाता था ,
हम बाकी के अठाराह घंटे उसके लिए राह तकते रहे ।
हर नाउमीदी पर जब दिल को ठेस लगती थी ,
हम तब उस ठेस पर अपने ज़ख्मो को और सेते रहे ,
उसने खाई थी गर कसम दर्द देने की ….
तो हम भी उस दर्द में अपनी वफाओं को गश्त देते रहे ।
वो कहता था कि मस्त रहो अपने ख्यालों में ,
उसे क्या पता कि हर मस्ती में …..हम उसके साथ का सच लेते रहे ,
वो बड़ा ज़ुल्म करने चला था …..हम पर ए “ग़ालिब “,
हम उसके ज़ुल्म से भी …..अपनी सोच को ……एक नई गति देते रहे ।
उसने छीन लिया अपने तक पहुँचने का ….हर ज़रिया हमसे ,
हम फिर भी दीवानों की तरह उसको समझते रहे ,
उसके सच और झूठ का …कोई सबूत नहीं था हमारे पास ,
हम फिर भी उसकी नीयत पर …दिलफेंक हँसी हँसते रहे ।
दिल~ओ~दिमाग में वो बस गया …..एक ऐसी चिंगारी बनके ,
कि बारूद भी अब फटने लगा ….उसके नाम का कलमा लिखके ,
शबे रात गुज़र गई …..ये सोचकर मेरे “ग़ालिब “,
कि क्यूँ आया था वो इस तरह ….मेरे जीवन में मेहमान बनके ।
वो कहता है …..उसे इंतज़ार नहीं था …..कल रात मेरा ,
वो फिर भी पूछता है ……मेरे ना आने का कारण …..सवाल लिखके,
उसकी इसी अदा के तो ……कायल हो गए हम शायद ,
कि वो कितना भी बदल जाए ….फिर भी सोचता है हमारे लिए …..”दोस्त” बनके ।
For You Only-
गम ये नहीं है आज भी ….कि तेरा इंतज़ार क्यूँ किया ,
गम ये रहेगा सदा ….कि तेरा इंतज़ार इतना कम क्यूँ किया ?
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