“The path of love”is represent the lover who is blind in love and ready to live with him in any condition .the true lover of the universe.
रूठ कर हम हमेशा छिटकते रहे ,दिन व् दिन हम बहकते रहे .
वो गुलो को गुलज़ार करके महकते रहे ,छोड़ कर साथ फूलो का हम मस्ती भरे आलम में दर -बदर भटकते रहे
देख कर उनकी मदहोशी हम अंदर ही अंदर सुलगते रहे,
लाख कोशिश हुई रुष्ट रहने की पर वो प्रेम की धारा लेकर हमेशा बरसते रहे.
बिश्वाश उनका अडिग ,गिर के हर बार हम सम्हलते रहे .
सरे राह हम उन्हें बदनाम करते रहे ,
हर बार ये जुल्म वो सहते रहे,
उनकी जिंदगी काँटों सी हो गई,
पर वो फूलो की तरह महकते रहे,
तल्ख़ लहजे में पेश आये हमेशा हम ,
पर वो प्रेम की भाषा कहते रहे .
बिना उनके प्रेम की बात अधूरी रहेगी ,
क्योकि हर वक़्त वो प्रेम की बात करते रहे .
भूल गए उनको हर बार हम,
पर हमें वो हमेशा याद करते रहे .
नफरत के महल बनाते रहे हम ,पर उनके प्यार की लहरो में वो महल बहते रहे .
पता था उनको की रास्ते अलग है हमारे ,फिर भी वो इंतज़ार करते रहे
बीच मझदार में छोड़ देंगे पता था उन्हें ,फिर भी साथ हमारे वो चलते रहे .
छूट जाये न रास्ते में हम ,इसलिए हर बार वो हमारे हमसफ़र बनते रहे
नफरत की पोटली थी हमारे हाँथ ,साथ होकर हमारे उसको भी प्रेम से ढोते रहे
नफरत का जहर उगलते रहे हम हमेशा ,प्यार की भाषा वो हमें समझाते रहे .
चलते-चलते भटक जाते थे हम अगर ,तब राह हमको वो दिखाते रहे .
राह में उनके कांटे बिछाये थे हमने ,पर राह फूलो से हमारी वो सजाते रहे .
बिष का प्याला दिया हमने उनको हमेशा ,प्याला अमृत हमको वो पिलाते रहे .
राह हमने कठिन कर दी उनकी ,पर राह से वो हमारे रोड़े हटाते रहे .
बीज बोये हमेशा हमने नफरत के ,प्यार के गीत वो गुनगुनाते रहे .
लाख मुस्किल थी आई मगर चाँद तारो की तरह वो हमेशा चमकते रहे
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