सिर्फ एक बार मुझसे मिलने का …… वादा तुम करना ,
नहीं कहूँगी तुमसे रुकने को ………. बस इतना याद रखना ।
हाँ , सही पूछा तुमने …… कि फिर मिल कर क्या करोगे ?
जब रुकने की कोई वजह ना होगी ……… तो मिलने की वजह क्यों बनोगे ?
हर मिलने की कोई वजह हो …… ये जरूरी नहीं होता ,
मैं मिलूँगी तुमसे इसलिए …… कि इस दिल में अक्सर , तुम्हारे लिए कुछ है होता ।
सिर्फ एक बार मुझसे मिलने का …… वादा तुम करना ,
नहीं कहूँगी तुमसे रुकने को ………. बस इतना याद रखना ।
वादे में मेरे कोई दिन , कोई समय ……… तय नहीं है ,
वादे में किसी सवाल , किसी जवाब ………. की भी जगह नहीं है ,
मगर फिर भी वादा करो …… मेरे कहने की लाज़ रखना ,
कि तुम मिलोगे मुझे एक बार ………. सिर्फ एक बार पूरा करना ये सपना ।
सिर्फ एक बार मुझसे मिलने का …… वादा तुम करना ,
नहीं कहूँगी तुमसे रुकने को ………. बस इतना याद रखना ।
मैं नहीं छूऊँगी तुम्हे …… मुझे पता है तुम मेरे नहीं ,
मैं नहीं कहूँगी तुम्हे , तुम छुओ मुझे …… मेरा जिस्म भी तुम्हारे लिए नहीं ,
मगर मिलेंगे तो एक यकीं रहेगा ……. कि हाँ , हमारी भी एक कहानी है ,
जिसमे सिर्फ तुम हो , सिर्फ मैं हूँ …… और ये जवानी है ।
सिर्फ एक बार मुझसे मिलने का …… वादा तुम करना ,
नहीं कहूँगी तुमसे रुकने को ………. बस इतना याद रखना ।
बहुत बार अपने इस दिल पर ……… काबू किया है मैंने ,
बहुत बार खुद से ये कहा ……. कि तुम हो सिर्फ एक अँधेरे ,
हाँ, तब मिलके मैं ये कहूँगी खुद से …… कि तुमसे ही सीखा था मैंने जीना ,
जब एक लौ बुझ रही थी ……… तब उजाले को किया था अपना ।
सिर्फ एक बार मुझसे मिलने का …… वादा तुम करना ,
नहीं कहूँगी तुमसे रुकने को ………. बस इतना याद रखना ।
वादा तुमसे लेकर ……… एक सुकून दिल में रहेगा ,
कि मेरी मोहब्बत का भी ……… एक वजूद कहीं पर ज़िंदा होगा ,
मैं मिलकर तुमसे , ना मिलने की दुबारा ……… फिर से एक कसम लूँगी ,
देखो ना , मेरी मिलने की चाहत से तब भी ………. ना मिलने की कसम होगी पूरी ।
सिर्फ एक बार मुझसे मिलने का …… वादा तुम करना ,
नहीं कहूँगी तुमसे रुकने को ………. बस इतना याद रखना ।।
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