[Tamanna – Two Hindi Poems of Love]
Dil ki tamanna – Hindi Poems of Love
तमन्ना है तुम्हें पास पाने की,
नज़रों में कुछ इस कदर छुपाने की,
ज़माने की नज़रों से बचाने की,
उनके राहों में फूल बिछाने की,
है तमन्ना उस दिल में बस जाने की,
उन्हें थोरा सताने थोरा मनाने की,
उनकी हर मुस्कान पे मर मिट जाने की,
उनकी बाहों में यूँही झूल जाने की,
है तमन्ना उनका दीदार कुछ यूँ पाने की,
उन निगाहों में यूँही डूब जाने की,
उनके जुल्फों से खेल खेल जाने की,
उनके गोद में सर रख सो जाने की,
हर सुबह उनका ही दीदार पाने जकी,
रातों को सपना उन्ही का देख जाने की,
उनके खयालों में कुछ यूँ बस जाने की,
उनकी पलकों से नींदें चुराने की,
हर राह में उनका साथ निभाने की,
उनकी हर मंजिल तक उन्हें पहुचाने की,
उनके हर जख्म खुद पे झेल जाने की,
हर हाल में खुशी उन्हे दे जाने की,
है तमन्ना तेरे संग संग जी जाने की,
हर पल में तुम्हारा साथ निभाने की,
कुछ इस तरह तुम्हारा साथ पाने की,
है तमन्ना तेरे बाहों में दम तोड़ जाने की.
SOCHTA HOON – Hindi Poems of Love
सोचता हूँ कभी तो, मुलाकात होगी,
कभी न कभी तो, कोई बात होगी,
हमें है यकीन, ऐसा आयेगा एक दिन,
मेरी जान -ए -मन तू, मेरे पास होगी,
गले से मैं तुमको लगाऊंगा उस दिन,
ये हाल -ए -जिगर मैं बताऊंगा उस दिन,
पलक पे बिठाके मैं रखूँगा तुमको,
जिगर में भी तुमको बसाऊंगा उस दिन,
निगाहों से दूर तुमको होने न दूंगा,
इन लबों से हंसी को मैं खोने न दूंगा,
चाहे जमाना हो कितना भी ज़ालिम,
खुदा की कसम तुझको रोने न दूंगा,
तुम रूठा करोगी मैं मनाया करूँगा,
तुमसे ना ही गिला ना ही सिकवा करूँगा,
उठाऊंगा मैं सारे गम तेरी खातिर,
खुशी तुमको सारे ज़माने की दूंगा,
छोटा सा एक घर हमारा भी होगा,
एक छोटी सी दुनिया बसायेंगे हम भी,
करूँगा मोहब्बत तुमसे मैं इतना,
कोई मुश्किल हमें न जुदा कर सकेगी.
सोचता हूँ कभी तो मुलाकात होगी,
कभी न कभी तो कोई बात होगी….
– कुंदन आर विद्यार्थी (Kundan R. Vidyarthy)