सारे रिश्ते सारे नाते : Hindi Poems on Love
सारे रिश्ते सारे नाते, पल में एक तोड़ चले,
मेरे भग्वन, मेरे अरमान, मेरा भरम तोड़ चले,
दिल के अरमानों की जलती चिता को साथ लिए,
हम तेरे बिन, मेरे हमदम, तेरा ये दर छोड़ चले.
सारे रिश्ते सारे नाते, पल में एक तोड़ चले,
मेरे भग्वन, मेरे अरमान, मेरा भरम तोड़ चले.
माँगा क्या था तुमसे हमने, बस मोहब्बत के सिवा,
उस खुदा से तुझको पाया, एक इबादत की तरह,
लड़ के दुनिया की ठोकरों से तुझको पाया था कभी,
तुम सितमगर, बनके खंजर, मेरा ये दिल चीर चले.
सारे रिश्ते सारे नाते, पल में एक तोड़ चले,
मेरे भग्वन, मेरे अरमान, मेरा भरम तोड़ चले.
देना था दर्द, बड़े बेदर्द, मुझको क्यों प्यार दिया,
मैंने तुझ पे, उस खुदा से, ज्यादा विश्वास किया,
रेत के घर ये समंदर, जिनमे रहते थे कभी,
मेरे दुश्मन, दे के ठोकर घर मेरा थोड चले.
सारे रिश्ते सारे नाते, पल में एक तोड़ चले,
मेरे भग्वन, मेरे अरमान, मेरा भरम तोड़ चले.
प्यार की लाश : Hindi Poems on Love
दर्द ही दर्द है, मेरे दिल में सनम,
हो गए दूर तुम और कितने, बेबस है हम.
क्या यही है वफ़ा, होके मुझसे जुदा,
चल दिया बिन बताये, होके मुझसे कफा,
थामना था जो दमन, किसी गैर का,
आये क्यों जिंदगी में पतझड़ की तरह,
अब ये दर्दे जुदाई है क्या, मरने से कम.
दर्द ही दर्द है, मेरे दिल में सनम,
हो गए दूर तुम और कितने, बेबस है हम.
चाहा तो था बहुत, हाँ भुलाना तुझे,
साथ तेरे था चलना, हाँ था चलाना मुझे,
पलके मेरी रही करती सजदा सदा,
मिल सका न तू मुजको, हो गए हम जुदा,
मुस्कुराते हुए अब आँखें, रहती है नाम.
दर्द ही दर्द है, मेरे दिल में सनम,
हो गए दूर तुम और कितने, बेबस है हम.
पाने को तेरा प्यार, किये जतन हज़ार,
हो के राहों में खड़े, हम रहे थे पुकार,
उस खुदा से भी पहले, की थी तेरी बंदगी,
तुमको पाना ही तो था, मेरी जिंदगी
प्यार की लाश को ही तो अब, ढोते है हम,
दर्द ही दर्द है, मेरे दिल में सनम,
हो गए दूर तुम और कितने, बेबस है हम.
दर्द ही दर है, मेरे दिल में सनम
हो गए दूर तुम और कितने बेबस है हम.
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