Bheega-Bheega Sa Pyaar: This Hindi romantic poem highlights the sensual moments of two lovers in which they both were crazy and hot in their Love.
मेरे भीगे-भीगे से लबोँ पे तेरा ……भीगा-भीगा सा इकरार ,
हाँ मैं करता हूँ तुमसे …..अपनी जान से भी ज्यादा प्यार ।
मेरी भीगी-भीगी सी आँखों में तेरा ……..भीगा-भीगा सा खुमार ,
लबों से जो मैं कह नहीं पाया ……उसे आँखों से किया स्वीकार ।
मेरे भीगे-भीगे से गेसुओं में तेरा ……..भीगा-भीगा सा संसार ,
ज़ुल्फ़ों में छुपा ले हमको …….जब तक पा ना सकें करार ।
मेरी भीगी-भीगी सी धड़कनों में तेरी ……..भीगी-भीगी सी झंकार ,
दिल में बसा कर तुमको अपने …..हर धड़कन को धड़काया कई बार ।
मेरे भीगे-भीगे से बदन पे तेरे ……भीगे-भीगे से अरमान हज़ार ,
ऐसे ना जाने कितने अरमानो पर ……टिका है हम दोनों का सच्चा प्यार ।
मेरे भीगे-भीगे से सवालों में …..तेरी भीगी-भीगी सी तकरार ,
हर सवाल को बना आशिकाना ……तूने किया मस्त व्यवहार ।
मेरी भीगी-भीगी सी कशिश में तेरा …….भीगा-भीगा सा दीदार ,
ऐसे ही पिघला देगा गर तू …….तो कैसे होंगे आर-पार ?
मेरे भीगे-भीगे से चंचल मन पर तेरी ……भीगी-भीगी सी तरंगों कि लहरें हज़ार ,
डूब जाने दे मुझे उन लहरों में ………जिसमे पा जाएँ एक और संसार ।
मेरे भीगे-भीगे से जज़्बातों पर तेरे ……..भीगे-भीगे से जज़्बात कई हज़ार ,
हर जज़्बात ले आता है मुझे …….तेरे और भी करीब मेरे यार ।
मेरी भीगी-भीगी सी सादगी में …..तेरा भीगा-भीगा सा नशीला दुलार ,
हर नशे से ज्यादा नशीला तू …….जो ले आया पतझड़ में भी फूलों की बहार ।
मेरे भीगे-भीगे से ख्यालों में तेरा ……भीगा-भीगा सा बाहों का करार ,
जो फूलों से ज्यादा ठंडक देता …….पहना कर मुझे तेरे आलिंगन का गर्म हार ।
मेरी भीगी-भीगी सी जवानी पर तेरे ………भीगे-भीगे से जोश की पुकार ,
इतनी जोशीली हो गयी अब रातें …….जितनी पहले थी कभी नदिया के पार ।
मेरे भीगे-भीगे से कामुक अंगों पर तेरा …… भीगा-भीगा सा मचलता इकरार ,
मैं समा गया तुझमे कहीं अब …….होने दो जो होता है तुमसे अब प्यार ॥
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