शबनमी रात (Shabnami Raat): Sensuous description of love on first night. A long wait for this very romantic night makes the love more thrilling & exciting. Read romantic poem in Hindi.
मुझे इस शबनमी रात को ……बेताब करने दे ,
अपनी ज़ुल्फ़ में मेरे इश्क का …..गुलाब रखने दे ।
मैं तेरे साथ का दीवाना ….इन ज़ज्बातों की लहर में ,
मुझे तू अपने हुस्न पर …….एक किताब लिखने दे ।
मेरी हर प्यास तेरे इश्क की …..रंगत माँगे ,
तू उस प्यास को भर के …..मेरे अरमानो को रँग दे ।
इस रात की चाँदनी में ….मैं तेरा बन के रखवाला ,
तुझे बेताब कर दूँ …..ऐसी मुझे खता करने दे ।
इलाही बंदा तेरी हर चाल पे …….अपनी फितरत खो दे ,
मुझे तू उस चाल की चालाकी में ……खुद को चलने दे ।
हर तिल पे तेरे कुर्बान दूँ ……मैं अपनी गर्मी को ,
एक बार तू मुझे अपने अँगों का ……मर्दन तो करने दे ।
ये रात इतनी रंगीन होगी …..ये न सोचा था कभी मैंने ,
आज इस रात की रंगीनियत पर मुझे ….दो शब्द पढ़ने दे ।
तेरे नख-शिख में उलझ गया हूँ मैं …..बनके तेरा गुलाम ,
हाँ अपनी हर नैनों की भाषा तू मुझे …..होठों से चखने दे ।
सुना है कि तू रोज़ रात …….मेरे नाम से सिहर जाती है ,
आज उस नाम की सिहरन को मुझे तू ……..सच तो करने दे ।
इतने सालों से किया है मैंने …..इस रात का इंतज़ार ,
मुझे इस इंतज़ार की बेबसी का ……अब एक रँग भरने दे ।
तुझे इस शबनमी रात की ……शबनम का वास्ता ,
अपनी हर शबनमी बूँदें …..मेरे जिस्म में उतरने दे ।
आज मत रोक मुझे …करीब आने से मेरे हबीब ,
मुझे हर गुलाब के सुर्ख रंगों की ……नीयत को बदलने दे ।
इस रात की कशिश से मैं …..अब तक रोज़ पिघलता रहा ,
आज मेरी हर इच्छा को तू …..अपने साथ में पनपने दे ।
मुझे इस शबनमी रात को …..बेताब करने दे ,
अपने हुस्न में मेरे इश्क का …..तेज़ाब भरने दे ।
मुझे इस शबनमी रात को …….बदनाम करने दे ,
मेरी सोई हुई धडकनों को ……आज तू धड़कने दे ॥
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