[Ishq Pyas Hai Tu Samandar Hai – Lovely Hindi Poems for Her]
तुमने जब जब हमसे नजरें मिलायी होंगी ।
हमने ख्वाबोँ में तेरी जुल्फेँ सँवारी होँगी ।
हमें तो कभी फुरसत नहीं मिलती इनसे ,
इश्क की बातेँ तेरे भी दिल मेँ तो आती होगीँ ।।*।।
है मोहब्बत तो कानो मेँ बता देना ।
हया के रंग को सुर्ख आँखो मे छुपा लेना ।।
अपने होँठो से आखिरी बूँद भी छलक जाने दो ।
मेरे इशारोँ पर कदमोँ को बहक जाने दो ।
आज तक लहराता रहा समन्दर सादा ,
इश्क को घोलकर लहरोँ को दहक जाने दो ।।*।।
इस ख़ता के लिए हमेँ जब भी सजा देना ।
हया के रंग को सुर्ख आँखो मेँ छिपा लेना ।।
मैँ समझ न सका खंजर से बेवफाई से ।
कत्ल हुआ मेरा इतनी सफाई से ।
ये फैसला भी उनके हाथो मेँ है ,
अब क्या फायदा गवाहोँ से , सफाई से ।।*।।
होँठोँ पर हँसी रखकर निगाहोँ से सजा देना ।
हया के रंग को सुर्ख आँखो मेँ छिपा लेना ।।
*****THE END OF FIRST*****
उस रात जब घटाओ ने बारिश की थी ।
हमने तुमसे इश्क की गुजारिश की थी ।
छिपते चाँद भी मना गया तुमको ,
बहती हवाओँ ने भी सिफारिश की थी ।।
कि हर जगह बह रहा मोहब्बत का झोँका था ।
तुमसे कुछ माँगने का यह पहला ही मौका था ।
तुम्हारी आवाज मेरे दिल को सुनाई दे इस खातिर ,
पीपल ने भी अपने पत्तो का थिरकना रोका था ।
चमकती बिजली ने भी मुझको डराया था ।
तुम्हारी पलकोँ ने भी तुमको छुपाया था ।
तब मैने हाथो मेँ लेकर हाथ तुम्हारा ,
छलकती जमीँ पर घुटना टिकाया था ।
फूल खिलने लगे हवा मेँ नमी भी थी ।
चमकते जुगूनुओँ ने भी सलामी दी थी ।
लब खामोश थे ,निगाहे ठहरी हुईँ ,
जब तुम्हारे होँठो ने हामी दी थी ।।
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