‘Nirbhaya’ to Lady photo journalist-what have we done?
Still the memories of Delhi bus gang rape have not faded from memory. There were all round protest after this incident and people of the country were hopeful that a stricter law will come into force and repetition of such heinous crimes upon women will be curbed and the culprits will be given deterrent punishments. The judgment on Nirbhaya case is yet to come but it is shocking to learn that a similar gang rape has taken place in Mumbai quite recently. This ,another incident has shaken the faith of all the citizens in the country in the law and order machinery .Security of the 49% of the population is in danger. It is high time that the citizens of the country get together and raise their voice against the perpetrators of such heinous crimes as well as against the poor law and order in the whole country.
निर्भया से लेकर महिला फोटो पत्रकार तक : हमने क्या किया?
16 दिसम्बर 2012 का वो दिन था मनहुष,
दिल्ली की एक बस में बैठे थे, निरभ्या और उसका दोस्त ,
अपने उज्वल भविष्य को लेकर planning कर रहे थे मस्त ।
क्या पता था उन दोनों के साथ ऐसा होगा अनाचार ,
दोस्त को मारा पीटा और निरभ्या के साथ किया बलात्कार ,
दहल उठी थी सारी दिल्ली , सुनके उनकी दास्तान,
उस काली रात ने खत्म कर दिये थे बेचारों के अरमान।
अपने दोस्त की आबरू बचाने के लिए , उसने उन दरिंदों से टक्कर ली थी,
पर 6 कातिलों के आगे उसकी एक न चली थी,
ऐसे जघन्य अपराध से लड़कर निरभ्या ने तो वीरगति पाई ,
पर पूरे भारत को हिला कर , महिला सुरक्षा की लौ सुलगाई।
बड़ी उम्मीद थी की निरभ्या को मिलेगा न्याय ,
फिर कभी नहीं होगा महिलाओ पर ऐसा अन्याय,
पर अभी तक तो आया नहीं है कोर्ट का कोई फैसला ,
तारीख पर तारीख डलवाकर , बचाव पक्ष के वकील कर रहे है ढकोसला।
सोचा था सख्त कानून बनेगा , फिर न होगा ऐसा crime,
पर यहाँ तो momentary है सब protest, बाद मे किसके पास time.
निरभ्या की चिता बुझी भी नहीं थी ,देखो तो अपराधियों की हिम्मत ,
मुंबई मे lady photo journalist की 5 दरिंदों ने लूटी अस्मत ,
जिस देश में क्रिमिनल्स को election लड़ने की हो पूरी छूट,
उस देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात करना है सफ़ेद झूठ ,
Supreme Court के verdict को भी लगा दिया एक किनारे,
अपनी अपनी पार्टी के criminals को बचाने में जुट गए सारे के सारे,
शरीफ आदमी का , महिलाओं का होता रहेगा इसी तरह अपमान ,
जब तक राज गद्दी पर बैठे है क्रिमिनल्स और बेईमान ,
कानून के रखवालों , तुम्हारा खत्म हो गया है डर,
तुम पड़े सोते रहो बेखबर , क्रिमिनल्स घूम रहे है होके निडर .
जिस देश के शासक होंगे ऐसे भ्रस्ट,
उस देश की जनता को तो कष्ट ही कष्ट ,
जब कभी कोई पैदा हो जाता है सुशासक ,
उसके विरुद्ध इकट्ठे हो जाते है यह सब भक्षक .
दुर्गा शक्ति ने कानून के दायरे में रहकर लिया sand mafia पर action,
हिल गईं यूपी की राजनीति, खोखले इल्जाम लगा कर किया suspension ,
अभी भी समय है देशवाशियों , चला दो जन जागरण अभियान ,
नहीं तो यूंही लूट खसोट चलती रहेगी , नहीं देगा कोई ध्यान ।
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