Cheeni Kum – Hindi Story Highlighting Need of Sex Education for Children
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Need of Sex Education for Children – Hindi Story Cheeni Kum
Photo credit: jppi from morguefile.com
विजयप्रकाश को भी एक दिन उस सवाल का सामना करना पड़ गया, जिससे हर बाप बचना चाहता है। हुआ ये कि घर में रात के वक्त टेलीविजन चल रहा था। बारह साल की बेटी भी विजयप्रकाश के पास ही बैठी थी। पत्नी रसोई में थी। टीवी पर फिल्म “चीनी कम” आ रही थी। अमिताभ बच्चन की फ़िल्मों में और चाहे जो हो पर अमूमन ऐसे-वैसे सीन नहीं होते। इसीलिए विजयप्रकाश ने चैनल नहीं बदला। तभी फिल्म में अचानक अमिताभ बच्चन दुकान पर जाकर कंडोम मांगने लगे। विजयप्रकाश ने रिमोट तलाशना चाहा पर वह तो बिस्तर से नीचे कहीं गिर गया था।
टेलीविजन पर इतने विज्ञापन कंडोम के आते हैं पर बेटी ने कभी नहीं पूछा। लेकिन आज तो सबका पसंदीदा सितारा कंडोम मांग रहा था। परदे पर अमिताभ असमंजस में थे पर बेटी ने विजयप्रकाश से निःसंकोच पूछ लिया-
“पापा ये कंडोम क्या होता है?”
विजयप्रकाश ने बेटी को इससे पहले उसके जन्म, उसके बाद उसके भाई के जन्म के सवालों के जवाब बड़ी आसानी से दे दिए थे। उन जवाबों में शब्दों को घुमाने-फिराने की काफी गुंजाइश थी। विजयप्रकाश ने बेटी को बताया था कि
” भगवान ने तुम्हे मम्मी के पेट में पहुंचा दिया था और फिर डॉक्टर ने मम्मी का पेट काटकर तुम्हें बाहर निकल लिया।”
अपनी और राधिका की शादी से जुड़े सवालों के भी बढ़िया जवाब विजयप्रकाश ने दिए थे, लेकिन आज का सवाल विकट था। चारों तरफ चर्चा है कि बच्चा और कहीं से कुछ गलत&सलत जाने इससे पहले माँ बाप को ही बच्चे को सेक्स संबंधी जानकारी दे देनी चाहिए। इसीलिए विजयप्रकाश सोच रहा था की बेटी को सही जवाब के आसपास वाला ही कोई उत्तर दे। इसी बीच बेटी अपने सवाल को दोहरा चुकी थी। विजयप्रकाश को कुछ सूझ ही नहीं रहा था कि आखिर कहा क्या जाय।
कुछ देर बाद विजयप्रकाश का मुंह खुला-
“बेटे ये अमिताभ को कुछ हेल्थ की प्रॉब्लम है ना इसलिए ये कोई दवाई मांग रहा है।”
उसने सफ़ेद झूठ बोल दिया। बेटी उसके जवाब से संतुष्ट दिखाई दी। विजयप्रकाश ने अपने आप से कहा-
“हर बात बच्चों को कैसे बताई जा सकती है? अपने आप जान जाएंगे जब जानने लायक होंगे। मुझे भी कहाँ मेरे माता-पिता ने इन सबके बारे में बताया था। बाद में मैं भी सब कुछ जान ही गया। दुनिया ऐसे ही तो चल रही है।”
– लव कुमार सिंह