This short story became SPIXer (Most popular story) on 20 Dec 2014 and won INR 500
This Hindi story is about two friends, one who always believe in destiny and other believes in hard work. This story show right path the person who believes in destiny.
ये कहानी है तीन दोस्तों की जेरी, आर.वी, और केपी की. दोनो दोस्त जेरी, और आर.वी एक ही लड़की केपी से प्यार करते थे. रोनी बचपन से ही महेनत करने में नहीं मानता था. और जेरी बचपन से सख्त महेनत में मानता था.| लेकिन रोनी हर एक बार जेरी से आगे निकल जाता था कोई भी महेनत किये बगैर और जेरी हर बार महेनत करने के बावजूद पीछे रह जाता था स्कूल कॉलेज की परीक्षा हो या फिर कोई और और काम हर बार रोनी नसीब के सहारे आगे रहता था और इसी वजह से जेरी हर बार परेशान हो जाता की महेनत करनेके बावजूद में पीछे रह जाता हु, रोनी अपने नसीब पे ज्यादा भरोसा करने लगा और उसे इस बात का घमंड हो जाता हे.| और वो हर बात पर जेरी को निचा देखने लगता हे, और इसी बात में वो दोनों दोस्त केपी के पास पहोचते हे और केपी से अपने प्यार के बारे में कहते हे, और केपी रोनी को पसंद करती हे. केपी जेरी से कहती हे की जिसका नसीब उसके साथ नहीं हो ता उसको कोई पसंद नहीं करता | इसी वजह से जेरी अपने आप से नाराज हो जाता हे. अपने आपसे नाराज जेरी ठान लेता हे की महेनत नहीं करूँगा और अपनी नानी के घर गाव चला जाता हे.|
वह जाने के बाद वो देखता हे की गाव सभी लोगो को देख कर उसे लगता हे की ये लोग कितनी मजदूरी करते हे उसके बावजूद ये लोग गरीब हे और सड़क पर एक भिखारी को देखता हे और सोचता हे की वो बगैर महेनत करे दो वख्त का खाना मिल जाता हे. देखते देखते १ महीना हो जाता हे और जेरी उसकी नानी के घर पे रुक जाता हे. पूरा दिन कुछ काम नहीं करता, और बैठे रहता हे. वो सोचता हे की उसकी नानी की पूरी जायदाद उनके बाद मेरी ही हे ये मेरा नसीब हे.
जेरी को इस तरह देख के नानी सोचती हे की हर बार महेनत करने वाला और कभी मुझसे एक रूपया नहीं लेने वाला जेरी अपना सब काम छोड़ कर यहाँ मेरे घर पे रह रहा हे, और नानी उसके बारे में पता लगाती हे और जेरी को अपने साथ खेत में ले जाती हे, वह| नानी जेरी से कहती हे की बीटा जेरी देखो ये सभी लोग खेत में मजदुरी कर रहे हे और उसके बदले में उन्हें उनका दो वख्त का खाना मिलता हे. अगर वो महेनत नहीं करते और नसीब के भरोसे बेढे रहेंगे, तो उन्हें खाना नहीं मिलेगा महेनत किये बगैर नसीब से मिली चीजो की कदर इंसान को नहीं होती और उन चीजो को वे अच्छी तरह से उसका सही उपयोग नहीं कर पाते अगर महेनत से किसी भी चीज को पाते हे| तो उसको पाने के लिए की गयी महेनत याद आती हे और उसकी किमत उसको पता होता हे तो उसे वह बर्बाद नहीं करता जो जितनी महेनता करता हे उसे उसका उतना ही मिलता हे भिखारी को भी खाना पाने के लिए घर घर जाके भीख मांगने की महेनत करनी पड़ती हे, वरना उसे भी खाना नहीं मिलेगा नानी जेरी से कहती हे की तुम्हे काम करनेकी जरुरत नहीं हे, लेकिन तुम काम नहीं करोगे तो तुम्हे उसका सही मोल पता नहीं चलेगा तुम तुम्हारे नसीब से मिली चीजो को दूसरे जरुरत मंद लोगो की मदद करने में उपयोग करना चाहिए और अपनी महेनत करते रहना चाहिए क्योकि की गए महेनत कभी भी बर्बाद नहीं होती.
उसके बाद जेरी उसी गाव में रह कर लोगो की मदद करने लगता हे और अपनी महेनत से अपनी मन पसंद काम करता हे, उसे नए नए घर की डिज़ाइन बनाना पसंद था तो वो गाव में रहे कर नए नए डिज़ाइन के घर बनाता हे स्कूल और हस्पताल की भी डिज़ाइन बनाता हे, इस तरह गाव के विकास का काम करता हे और देखते देखते कुछ साल हो जाते हे | एक दिन बड़ी विदेशी कंपनी के लोग उस गाव में आते हे और वह इतनी बढ़िया डिज़ाइन के घर स्कूल हस्पताल देखते हे और वह जेरी को अपने साथ काम करने के लिए बुलाते हे और देखते देखते जेरी के डिज़ाइन पूरी दुनिया के अलग अलग देशो में फेमस हो जाता हे, और जेरी को अपनी महेनत का फल मिला जाता हे
एक दिन जब जेरी अपनी आलीशान ऑफिस में बैठा था तब एक लड़की वहा इंटरव्यू के लिए आती हे और वो देखता हे की वो लड़की केपी थी जेरी केपी से पूछता हे की तुम क्यों काम मांगने आई हो रोनी ठीक हेना तब केपी जेरी से कहती हे की रोनी ने कभी भी काम नहीं किया और कही भी काम करने जाता हे तो वहा पे सही तरीके से काम नहीं करता उसी वजह से काम से निकाले जाते हे, और वह बताती हे की अब वह रोनी के साथ नहीं रहती अपने बेटे के साथ अपनी मा के घर रहती हे और जेरी से माफ़ी मांगती हे की उसने जो किया वो सही नहीं था वो गलत थी की नसीब हर बार साथ देता है | जेरी से कहती हे की तुम सही थे की अगर हम चाहे तो महेनत से अपना नसीब बना सकते हे, रोनी को भी अपनी गलती का पता चलता हे और बाद मे जेरी के साथ मिलकर काम करने लगता हे
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