In one life we meet many people. Some get closer to us and become best friends or, favourite people in our life..others are just common people for us. we don’t bother what common people think or do to us if it’s bad or good but we get dishearten and broken with any bad action or changes to see in our close friends or relatives.. It’s again a lesson for life to become stronger not weak.
“We see many similar faces in one life but inside we all r different.”
यूँ तो एक जैसे चहरे मेने कई बार देखे है.. पर एक जैसा दिल नहीं पाया कही,
अनेकों बार आज़माया मेने.. अपना विश्वास नही दे पाया कोई!
हो अनजान तो क्या फ़र्क़ पड़ता है.. लाख नफ़रत भले दिखाए कोई,
फ़र्क़ पड़ता है अपनो से लगी मार का.. हताश दिल का यक़ीन न बन पाया कोई!
जो जैसा हो हमेशा से वो बदलता क्यों है..? हर व्यक्तित्व पर हवा का असर उभरता यूँ है,
की भरोसा देकर भी सोच मे किसी की न घुस पाया कोई.. इल्ज़ाम मुफ़्त मे मिले तो दिमाग़ी उपज से लगा जाऐ कोई!
काँच के बर्तनों जैसे चटकते है रिश्ते.. दरारें देख कर भी भरना न चाहे कोई,
अहम के आग अहमियत किसी की कुछ नही.. ख़ुद पे आई तो बर्दाश्त न कर नये कोई!
जो साथ हो क्यों उनकी क़दर करनी है? जो नई राह..नया साथ मिल जाऐ कोई,
आगे बड़ना ही दस्तूर है दुनिया का.. रौंद के एक रिश्ता क्या दूजा निभा पाया कोई?
मेरी करनी का फल मेने भोगना है.. चल मै ग़लत ये देख ख़ुश हो जाऐ कोई!
ज़मीर तो सभी का साथ होता है.. ख़ुद की हद को अच्छे से जान पाये हर कोई!
रहम.. दया.. प्रेम.. इमानदारी.. ये शब्द अब किताबों मे ही हम पड़ते है,
काटते है पर हम दूसरों के.. खुद लगी चोट तो न बर्दाश्त कर पाये कोई!
कान के कच्चे व अकल से बच्चे.. तू तू मै मै करता फिर रहा है हर कोई,
अपनी की ग़लती जो माने सब.. न लड़े न नफ़रत पाले हर कोई!
बच्चे तो हम से बेहतर है.. कल की बात भूल आज नई बीत करते है!
न नफ़रत न क्रोध न बदले के भाव.. बच्चो के स्वभाव से सीख मिल जाये कोई!
चलो अच्छा ही है जो कोई दूरी बना लेता है.. बड़ा मुश्किल से इस दिल मे घर पाये कोई!
ईश्वर देता है हर पग साथ मेरा.. बिखरने से पहले समेटे मेरे भाव वो ही!
यूँ तो एक जैसे चहरे मेने कई बार देखे है.. पर एक जैसा दिल नहीं पाया कही,
अनेकों बार आज़माया मेने.. अपना विश्वास नही दे पाया कोई!
***